दिल्ली में देखने लायक कई दर्शनीय स्थल हैं जैसे:-
गोवा कार्निवल
Agra---
1. लाल किला
2. यमुना किनारे रामबाग
3. ताज महल
4. मेहताब बाग
5. कीठम झील
6. सिकंदरा और मरियम का मकबरा
7. मनकामेश्वर मंदिर
8. डॉल्फिन पार्क
1. ऊटी – तमिलनाडु में स्थित ऊटी भी गर्मियों में घूमने लायक स्थान है। ऊटी में मई के महीने में घूमने के लिए गया था गर्मी में बहुत ही अच्छा प्लेस है जब नीचे टेंपरेचर 40 से ऊपर कर रहा होता है तब भी ऊटी में टेंपरेचर 15 के आसपास रहता है यहां काफी ज्यादा बर्फ गिरती है इसी कारण इसे स्नूटी-ऊटी भी कहा जाता है।
यहां के सुंदर कॉटेज, फेंच्ड फूलों वाले बाग़, फूस की छत वाले चर्च, बोटेनिकल गार्डन इत्यादि घूमने के मुख्य आकर्षण के केंद्र हैं। हरे-भरे प्राकृतिक नजरों से घिरा हुआ ऊटी काफी खूबसूरत लगता है। यहां आपको भारी संख्या में चीड़ के पेड़ देखने को मिलेंगे। इसके अलावा यहां भवानी झील, नीलगिरी माउंटेन रेलवे, सेंचुरी एवेलांचे, एमेराल्ड झील, सेंट स्टीफेन चर्च, गुलाब के बगीचे, पिकारा झील और झरना मुख्य टूरिस्ट पॉइंट है।
2. कुन्नूर, तमिलनाडु– नीलगिरी पहाड़ियों और समुद्र से 1850 मीटर की ऊंचाई पर स्थित तमिलनाडु का कुन्नूर गर्मियों में घूमने लायक एक बेहतरीन टूरिस्ट डेस्टिनेशन है। एडवेंचर के शौकीन लोगों के लिए तो कुन्नूर काफी आकर्षक जगह है। यहां कुरिनजी फूल पाए जाते हैं और इसी कारण यहां का नाम कुन्नूर पड़ा। कुन्नूर ऊटी के नजदीक है जिसके चारो तरफ घुमावदार पहाड़ियां, चाय-कॉफी के बागान और खूबसूरत नजारे देखने लायक हैं। कुन्नूर से ऊटी तक एक टॉय ट्रेन भी चलती है जिसमें सफर करना पर्यटकों के लिए काफी मजेदार होता है इस ट्रेन के रास्ते में काफी खूबसूरत नजारे देखने को मिलते हैं। कुन्नूर अपने सुहावने मौसम, शानदार व्यू, घूमने लायक जगह और खूबसूरत बागानों के चलते भारत का सबसे पसंदीदा ट्यूरिस्ट स्टेशन में से एक है। हैरीटेज ट्रेन, टाइगर हिल सीमेट्री, ड्रूग फोर्ट भी यहाँ के मुख्य आकर्षण के केंद्र हैं साथ ही यहां आप ट्रेकिंग का भी लुफ्त उठा सकते हैं।
3 . शिलांग, मेघालय – अगर आप गर्मियों में घूमने की प्लानिंग कर रहे हैं तो मेघालय की राजधानी शिलांग एक बेहतर जगह है जो खूबसूरत वादियों से भरपूर है। खासी पहाड़ियों के बीच स्थित शिलांग काफी खूबसूरत और शांत है। यहां की खूबसूरत झीलों का नजारा काफी मन भावक होता है इसके अलावा यहां की खूबसूरत पहाड़ियां, पेड़ और सुहावने मौसम के कारण यह भारत के सबसे खूबसूरत हिल स्टेशन में से एक है और यही कारण है की इसे स्कॉटलैंड ऑफ द ईस्ट भी बोला जाता है। अपने खूबसूरत नजारों और सुहावने मौसम के चलते शिलांग ना सिर्फ नॉर्थ ईस्ट के लोगों के लिए बल्कि पूरे भारत के लोगों के लिए घूमने की सबसे पसंदीदा जगहों में से एक बन गया है। यहां भारत ही नहीं बल्कि विदेश से भी कई टूरिस्ट घूमने आते हैं और यहां कई बेहतरीन जगह हैं जो उनके आकर्षण का केंद्र है।
शिलांग की ऊंची ऊंची चोटियों के बारे में तो यहां तक कहा जाता है कि इन चोटियों पर भगवान का वास है। समुद्र से करीब 1520 मीटर की ऊंचाई पर स्थित शिलांग अपने कई दर्शनीय स्थल के लिए प्रसिद्ध है। शिलांग अपने टूरिस्ट प्लेसेस के अलावा यहां के स्वादिष्ट खाने के लिए भी जाना जाता है। यहां पोर्क और कई अलग अलग तरह की नॉन वेजिटेरियन डिशेस भी लोगों को काफी पसंद आती है। शिलांग में जितने मनोरम नजारे हैं उतना ही शिलांग का वातावरण स्वच्छ भी है। यहां के लंबे लंबे पाइन के पेड़, देवदास के पेड़, पाइनएप्पल की झाड़ियां आदि देखने लायक होती हैं। इसके अलावा यहां एक गोल्फ कोर्स भी है जो एशिया के सबसे बड़े गोल्फ कोर्स में से एक है।
यहां की रहने वाली दारो, खासी और जैंतियां जातियों के अलग-अलग तरह की परम्पराएं देखना भी यहां के आकर्षण का केंद्र होते हैं। शिलांग में घूमने लायक कई जगह हैं जिनमें कई मीटर ऊँचे क्रिनोलिन फॉल्स, गुन्नर फॉल्स, हैप्पी वैली, स्वीट वाटरफॉल इत्यादि शामिल है। इसके अलावा आप यहाँ लेक बोटिंग और फिशिंग का भी लुत्फ़ उठा सकते हैं। इन सबके अलावा उस्मान लेक, पुलिस बाजार, बेडन फॉल्स, डॉन बोस्को म्यूजियम, इगल फॉल्स, लेडी हैदरी पार्क, पीक एलीफेंट फॉल्स, मॉवलिननॉन्ग वॉटरफॉल, ऑल सैंट चर्च, शिलॉन्ग व्यू पॉइंट और बटरफ्लाई म्यूज़ियम भी यहां के मुख्य टूरिस्ट पॉइंट हैं।
4. मुन्नार, केरल – मुन्नार भारत के सबसे सर्वश्रेष्ठ हिल स्टेशनों में से एक है। यहां की खूबसूरत वादियां, विशालकाय चाय के बागान, मसालों की खेती, हाउसबोटिंग इत्यादि मुख्य आकर्षण के केंद्र हैं। यहां कई तरह के पिकनिक स्पॉट्स, खूबसूरत झीलें, वाइल्ड लाइफ रिसोर्ट आदि भी देखने लायक है। समुद्रतल से करीब 6000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है मुन्नार में तीन पहाड़ी नदियों का संगम होता है जो काफी मन भावक है। यहां के शांत वातावरण और आकर्षक व्यू के कारण पर्यटक यहां खिंचे चले आते हैं। इनके अलावा वॉंन्डरला अम्यूसमेंट पार्क, कोची फोर्ट, गणपति मंदिर, जंगल एराविकुलम नेशनल पार्क, टॉप स्टेशन, टी टूर, स्पाइस टूर, नेचर वाक, टी म्यूजियम और दक्षिणी घाट भी यहां के मुख्य टूरिस्ट डेस्टिनेशन पॉइंट है।
5. तवांग – अरुणाचल में स्थित तवांग गर्मियों के मौसम में घूमने लायक बेहतरीन टूरिस्ट डेस्टिनेशन में से एक है। यहां के खूबसूरत वॉटरफॉल, गर्म पानी के सोते, सेला पास, जसवंतगढ़, माधुरी लेक, बुमला पास सहित कई ऐसे पॉइंट हैं जहां गर्मियों के मौसम में घूमना काफी आरामदायक होता है।
6. रानीखेत – उत्तराखंड में स्थित रानीखेत भारत के सबसे खूबसूरत हिल स्टेशनों में से एक है और इसी कारण यहां अक्सर फिल्मों की शूटिंग भी होती रहती है। गर्मियों के मौसम में रानीखेत घूमना एक अलग अनुभव होता है। जिन लोगों को एडवेंचर पसंद है उनके लिए रानीखेत बहुत मजेदार टूरिस्ट प्लेस है। यहां की कुमांऊ पहाड़ियों में पैराग्लाइडिंग जैसे स्पोर्ट्स भी होते हैं जो पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण का केंद्र होते हैं। इसके अलावा यहां की खूबसूरत वादियां लोगों का दिल जीत लेती हैं। कुमांऊ के राजा सुखदेव की पत्नी पद्मावती ने रानीखेत की खूबसूरती के कारण ही यहां रहने का मन बना लिया था और इसी कारण यहां का नाम रानीखेत पड़ा।
7. नागिनी, कुल्लू – हिमालय में कुल्लू कि तीर्थन नदी के तट पर बसे नगिनी का नजारा काफी मन भावक है। नगिनी गर्मियों में घूमने लायक सबसे बेहतरीन जगहों में से एक है। यहां के हरे भरे खूबसूरत पहाड़ और प्राकृतिक नजारे काफी मनभावक होते हैं। यहां के पहाड़ों पर कई तरह की दुर्लभ जड़ी बूटियां भी पाई जाती हैं। ट्रेकिंग करने के लिए भी यह जगह काफी मजेदार है। एडवेंचर के शौकीन लोगों के लिए यह जगह काफी खास है क्योंकि यहां ट्रैकिंग और कई तरह के एडवेंचर स्पोर्ट्स होते हैं। नगिनी से 40 किलोमीटर की दूरी पर करीब 10600 फीट की ऊंचाई पर सेलुवाल्यर डील भी है जहां से दिखने वाले प्राकृतिक नजारे कभी ना भूलने वाला दृश्य है। इसी के ऊपर गुसैनी के उपवन में राजू का कॉटेज है जहां सिर्फ खटोले से ही जाया जा सकता है, यह अनुभव भी काफी मजेदार होता है। यहां मछली पकड़ने के शौकीन लोगों के लिए तालाब के साथ रोड व रील भी उपलब्ध कराई जाती है।
8. घूम, दार्जिलिंग – घूम दार्जिलिंग से करीब 6 किलोमीटर की दूरी पर है जहां की खूबसूरत वादियां और प्राकृतिक नजारे काफी मन भावक है। घूम दार्जिलिंग में काफी ऊंचाई पर स्थित है जहां टॉय ट्रेन के जरिए ही घूमा जा सकता है। घूम दार्जिलिंग का ऐसा जंक्शन है जहां से कई अलग अलग जगहों के लिए रास्ते निकलते हैं जिनमे सोनादा, तुंग और कुर्सियोंग शहरों के रास्ते शामिल हैं। टाइगर हिल्स भी घूम में ही स्थित है जहां से सन राइज का नजारा देखने लायक होता है। इसके अलावा कंचनजंगा की ऊंची ऊंची चोटियों के नजारे और यहाँ के रंग बदलते नज़ारे भी काफी आकर्षक होते हैं। इन सब के अलावा यहाँ वाइल्ड लाइफ सेंक्चुअरी सेंचल झील भी स्थित है जहाँ कई अलग अलग पक्षियों को देखना काफी अनुभव भरा होता है।
9. नैनीताल – नैनीताल को झीलों की नगरी भी कहा जाता है और इसी कारण यह भारत के सबसे बेहतरीन टूरिस्ट प्लेसिस में से एक है। भारत के उत्तराखंड में स्थित नैनीताल एक काफी खूबसूरत शहर है जो शिवालिक पर्वतश्रेणी में स्थित है। यहां के खूबसूरत पहाड़ और नदियां दूर-दूर से पर्यटकों को अपनी ओर खींच लाती हैं। यहां का मौसम ऐसा है कि गर्मियों में घूमने के लिहाज से काफी ठंडा है और इसी कारण गर्मियों में यहां घूमना काफी सुकून भरा होता है।
10. कुर्ग, कर्नाटक – पश्चिमी घाटों में स्थित कुर्ग का नजारा काफी मनोरम होता है। यहां चाय, कॉफी और मसालों के बड़े-बड़े के बागान और पेड़ देखने लायक होते हैं। यहां के खूबसूरत नजारे और खुशनुमा मौसम के कारण इसे भारत का स्कॉटलैंड भी बोला जाता है। यहाँ कॉफी और मसालों की भारी मात्रा में खेती होती है। कुर्ग के खूबसूरत नजारों में मंडालपत्ती, तिब्बती मठ, कावेरी नदी, इरूपू फॉल, इगुथापा मंदिर, ओमकारेश्वर मंदिर, मरकारा डाउन गोल्फ क्लब, ब्रह्मागिरी पहाड़ी और नाल्कनद महल इत्यादि मुख्य टूरिस्ट प्लेस है जो पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण का केंद्र होते हैं।
11. डलहौजी
12. लेह
13. माउंट आबू
14. धर्मशाला
Shauripur Jain mandir :एक भूली हुई विरासत सॉरी पुर जैन मंदिर एक अंजाना सा नाम है सॉरी पुर उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में एक प्रसिद्ध तीर्थ भगवान बटेश्वर नाथ मंदिर से 3 किलोमीटर अंदर जंगल में बना हुआ है। सॉरी पुर जैन मंदिर जंगली क्षेत्र के अंदर होने की वजह से वहां लोग कम ही जाते हैं सुना था कि वहां नंगे बाबा रहते हैं लेकिन लेकिन यह सुनी हुई बात एक अबूझ पहेली ही है क्योंकि वहां जैनी साधु रहते हैं। इस बार बटेश्वर मंदिर जाने के साथ ही समय मिलने पर सॉरी पुर मंदिर जाना हुआ वहां मंदिर में पूजा की लेकिन एक वहां पर बहुत ही अजीब चीज देखी वह थी वहां मंदिर में लगी पत्थर की शिला जिस पर मंदिर का इतिहास लिखा था यह मंदिर जैनियों के गुरु भगवान नेमिनाथ का मंदिर है और उससे लाभ पर नेमिनाथ जी का इतिहास वर्ड था उस पर एक ऐतिहासिक बात लिखी हुई थी कि नेमिनाथ भगवान श्री कृष्ण के चचेरे भाई थे और सॉरी पुर नेमिनाथ का जन्म स्थान है लेकिन अब यहां सिर्फ जंगल और घटिया है। सॉरी पुर जैन मंदिर जैन धर्म का एक तीर्थ स्थल है और दिगंबर जैन यहां पूरे देश से बड़ी संख्या में आते हैं सॉरी पुर बटेश्वर से 3 किलोमीटर दूर है और यह अंदर जंगल में जाकर है बटेश्वर में भगवान शिव के 101 मंदिर हैं यहां यमुना की धारा को इन मंदिरों की दीवार से मोड़ कर उसकी जल धारा की दिशा बदल दी गई है बटेश्वर स्थानीय हिंदुओं का बहुत पवित्र तीर्थ है वहीं सॉरी पुर जैन मंदिर भगवान नेमिनाथ की जन्म स्थली है यहां पर किसी समय एक बहुत बड़ा शहर था जो उनके पूर्वज राजा शूरसेन ने बताया था अब यहां सिर्फ जंगल ही जंगल है सॉरी पुर कि यह आज की स्थिति इस ओर इंगित करती है कि यहां एक बहुत ही उन्नत और बड़ी सभ्यता के अवशेष मौजूद हैं सॉरी पुर के आसपास फैले जंगल व यत्र-तत्र जंगल में बनी दीवारें देखने से पता चलता है कि यह सभ्यता बहुत ही विकसित थी और इस क्षेत्र या नगर का फैलाव एक बहुत बड़े क्षेत्र में था बटेश्वर मंदिर कहां पर है ऐसा प्रतीत होता है कि यह शहर का उत्तरी किनारा रहा होगा क्योंकि बटेश्वर के मंदिर जहां बने हैं उससे ऐसा लगता है कि यह एक बहुत बड़ी दीवार है जहां इन मंदिरों के सहारे यमुना की जलधारा मोड़ी गई है और यमुना नगर के तीन ओर से चक्कर लगाती हुई निकली है ऐसा माना जाता है कि बटेश्वर के मंदिर यहां के स्थानीय राजपरिवार ने बनवाए हैं लेकिन वैज्ञानिक रूप से विचार करने पर पता लगता है कि इस तरह की दीवारें प्राचीन सभ्यताओं जैसे हड़प्पा मोहनजोदड़ो आदि के किनारे भी हैं यह सभी सभ्यताएं नदियों के किनारे थी और नदियों का जल शहर में प्रवेश कर पाए इसलिए यह दीवारें बाढ़ की रोकथाम के लिए बनाई जाती थी दीवारों के किनारे बने घाट नहाने-धोने जानवरों को पानी पिलाने व शहर में पानी की सप्लाई का प्रबंध करने के काम आते थे हड़प्पा मोहनजोदड़ो चन्नू दलों की तरह ही यह नगर भी नदी किनारे यानी यमुना के किनारे बसा हुआ है इस पूरे क्षेत्र कि अगर खुदाई करवाई जाए तो एक बहुत बड़ी ऐतिहासिक सभ्यता के बारे में पता चल सकता है साथ ही भगवान श्री कृष्ण के जन्म का समय तथा महाभारत के समय का सटीक अनुमान लगाया जा सकता है यह जगह पुराने समय में उपयोग होने वाली तकनीकों के बारे में रोचक जानकारी उपलब्ध करा सकती है। सॉरी पुर नगर 13 और यमुना नदी है जो कि एक मंदिरों की बड़ी दीवार लगाकर यमुना का रास्ता बदल कर किया गया है यानी कि नदी का एक बहुत बड़ा किनारा मानव निर्मित है और ऐसा भी कह सकते हैं कि नदी पर बनाया गया यह उस समय का बहुत बड़ा बांध भी हो सकता है और यहां भगवान शिव की पूजा होती है साथ ही ऐसा भी हो सकता है कि यह नगर व्यापार का बहुत बड़ा केंद्र रहा हो और किस बंदरगाह पर बड़े-बड़े जहाज आकर रुकते होंगे इन जहाजों के माध्यम से यहां से सामान आस-पास के अन्य नगरों को भेजा जाता होगा या फिर दूसरे देशों को यमुना नदी के माध्यम से व्यापार होता होगा जिससे इस क्षेत्र में समृद्धि अधिक रही होगी। बटेश्वर और सॉरी पुर से थोड़ी दूर या कुछ किलोमीटर के बाद वाला इलाका बहुत उपजाऊ जमीन है इस पूरे इलाके को दोआब का हिस्सा माना जाता है इस क्षेत्र में तब भी फसल होती होगी और उसके अधिशेष व्यापार के माध्यम से निर्यात किया जाता था साथ ही यहां पर क्रय विक्रय के लिए मेला आग लगते होंगे क्योंकि बटेश्वर में पशुओं का मेला आज भी लगता है और कोई भी नहीं जानता कि यह मेला कब से लगता चला आ रहा है इस शहर का फैलाव काफी बड़े क्षेत्रफल में प्रतीत होता है क्योंकि सॉरी पुर से थोड़ी दूर पर रोपड़ में आज भी बड़ी-बड़ी दीवारें यत्र-तत्र खड़ी मिलती हैंwww.google.com
Agra
Taj Mahal
ताजमहल दुनिया के सात आश्चर्यों में से एक है इसे शाहजहां ने बनवाया था इसका जैसा नाम है वास्तव में यह वैसा ही देखने लायक भी है देखने पर आपको भले ही कुछ समझ में ना आए लेकिन जब आप टिकट लेकर अंदर जाते हैं और जहां वाइट मार्बल की मेन बिल्डिंग है उसको देख कर तो आप दंग रह जायेंगे ताजमहल के लिए देखने वालों की बहुत ज्यादा भीड़ रहती है इसलिए लाइन में खड़े होकर वहां तक पहुंचना काफी मुश्किल काम है साथ ही फोटोग्राफी आज करने का भीतर ताज महल में समय नहीं मिलता क्योंकि भीड़ धक्के मार कर बाहर निकाल देती है
मैं जब ताजमहल देखने अपने परिवार के साथ गया तो बाहर टिकट लेकर बहुत ही देर तक खड़ा होना पड़ा जिसकी वजह से काफी झुंझलाहट हो रही थी हम बहुत देर में अंदर पहुंच पाए लेकिन जब हम अंदर पहुंचे तो ताज महल के ठीक सामने पहुंचने पर वह सारी झुंझलाहट कहां गायब हो गई पता ही नहीं चला क्योंकि ताजमहल के ठीक सामने जो फब्बारे लगा रखे हैं वह बहुत अच्छी शांति देते हैं और उनके सामने सफेद कलर का ताजमहल देखने से आंखों को बहुत ही ज्यादा अच्छा लगता है अगर आप ताजमहल देखने का मन बना रहे हैं तो बिल्कुल भी देर न करें एक बार इसे देखने जरूर जाएं लेकिन ध्यान रहे कि यह शुक्रवार को बंद रहता है साथ ही ताजमहल के आसपास हैंडीक्राफ्ट का सामान बेचने वाले बहुत से लोग रहते हैं जो सामान बेचते तो है ही साथ ही कभी कभी लोगों को ठग भी लेते हैं तो इस चीज का ध्यान रखें
Agra Fort
आगरा का लाल किला एक लाल पत्थर से बनी हुई बहुत बड़ी इमारत है ताजमहल के बाद शायद आगरा में इसे देखने वाले सबसे ज्यादा होंगे कोई भी यात्री जो ताजमहल देखने आते हैं वह लाल किला भी देखने जाते ही हैं यह एक बहुत ही विशाल किला है जो मुगलों के ऐश्वर्य को दिखाता है
Yamuna
Rivers, rafting, monuments, and mausoleums
Tomb of I'timād-ud-Daulah
Mughal mausoleum known as the 'Baby Taj'
Mehtab Bagh
Mughal-era gardens with famed Taj view
Akbar's tomb
Ornate Mughal tomb & gardens
Moti Masjid
1600s arcaded mosque built by Shah Jahan
Jama Mosque, Fatehpur Sikri
Iconic 1570s mosque by Akbar the Great
Jama Mosque, Agra
Large 1600s mosque built by Shah Jahan
Tomb of Mariam-uz-Zamani
Mausoleum of Emperor Jahangir's mother
Chini Ka Rauza
Tiled mausoleum of Shah Jahan's vizier
Aram Bagh, Agra
Time-tested Mughal garden with canals
Khas Mahal
White marble palace built by Shah Jahan
Nagina Masjid
White marble mosque from the 1600s
Delhi Gate
Historic gate linking old & New Delhi
Taj Nature Walk
Park
Kalakrit
Convention center and auditorium
Soami Bagh Temple
Temple, history, and architecture
Anguri Bagh
Garden, history, and architecture
Taj Museum
Taj Mahal Western Gate
Taj Mahal Garden
Garden
Agra Fort
Diwan E Aam
Red sandstone hall in a 17th-c. fort
Shilpgram
Jahangir Palace
Architecture
Great gate (Darwaza i rauza)
Amar Singh Gate
Kanch Mahal
Architecture and history
Air Safari
Balloon flights over the Taj Mahal
Sikandra Fort
Gurudwara Guru Ka Taal
Kanch Mahal
Tomb Of John Russell Colvin
Temple
1 review
Temple and history
Jawab Masjid
1 review
Sikandra
Chatrapati Shivaji Maharaj Memorial
Sur Sarovar Wild Life Sanctuary
Wildlife reserve with indigenous birds
Tomb of Fatehpuri Begum
Mughal Museum
Dolphin Water Park
Landscaped theme park with water slides----
यह पार्क बेंगलुरु का वंडरला समझ सकते हैं बस आगरा में इसका नाम डॉल्फिन वाटर पार्क रख रखा है इसमें बहुत सारे वाटर स्पोर्ट्स हैं आप यहां पिकनिक स्पॉट समझकर आ सकते हैं और दिन भर फुल मजे कर सकते हैं
Paliwal Park
Park
Shri Mankameshwar Mandir
Ancient Hindu temple dedicated to Shiva---
यह बहुत ही प्राचीन भगवान शिव का मंदिर है इस मंदिर की बहुत ज्यादा ही मान्यता है मैं खुद इस मंदिर में गया हूं मैंने इसे देखा है इस मंदिर को जाने वाले रास्ते पर भीड़ बहुत अधिक रहती है जिस कारण किसी भी फोर व्हीलर वाहन से जाना बहुत मुश्किल काम है साथ ही मंदिर की मान्यता इतनी अधिक है कि बहुत ज्यादा लोग इसमें भगवान शिव के दर्शन करने तथा अपनी मन्नत मांगने के लिए आते हैं
Taj Protected Forest
Chauburji, Agra
Noorjahan Tomb
Taj Mahal, Agra
Shaheed Smarak Park